अपोलो हॉस्पिटल इंदौर में आयोजित नेशनल IVUS मास्टर क्लास
अपोलो हॉस्पिटल्स इंदौर ने एक बार फिर उन्नत हृदय रोग उपचार में अपनी अग्रणी भूमिका साबित करते हुए नेशनल IVUS मास्टर क्लास का सफल आयोजन किया। 10 दिसंबर 2025 को आयोजित इस प्रतिष्ठित कार्यक्रम में देशभर से आए 30 से अधिक युवा कार्डियोलॉजिस्ट्स ने भाग लिया और इंट्रावास्कुलर अल्ट्रासाउंड (IVUS) जैसी आधुनिक तकनीक की गहन प्रशिक्षण प्राप्त किया।
कार्डियोलॉजी में नवाचार की दिशा में महत्वपूर्ण पहल
यह मास्टर क्लास कार्डियोवास्कुलर एडवांसमेंट सोसाइटी ऑफ इंडिया (CASI) और अपोलो हॉस्पिटल्स के इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजी विभाग के संयुक्त सहयोग से आयोजित की गई। कार्यक्रम का उद्देश्य युवा डॉक्टरों को IVUS आधारित इंटरवेंशनल प्रक्रियाओं में दक्ष बनाना था।
IVUS तकनीक हृदय की धमनियों के भीतर अत्यंत स्पष्ट 360° दृश्य प्रदान करती है, जिससे डॉक्टरों को ब्लॉकेज का सही आकलन, स्टेंट की पोजिशनिंग और उपचार योजना बनाने में अत्यधिक सटीकता मिलती है।
वर्कशॉप में लाइव डेमो, केस डिसकशन और आधुनिक PCI तकनीकों से जुड़े विशिष्ट सत्र शामिल थे, जिससे प्रतिभागियों को वास्तविक परिस्थितियों में सीखने का अवसर मिला।
IVUS की जरूरत क्यों बढ़ रही है?
पिछले कुछ वर्षों में गंभीर हृदय रोग और जटिल ब्लॉकेज मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हुई है। सामान्य एंजियोग्राफी कई बार धमनियों की स्थिति को विस्तार से नहीं दिखा पाती। ऐसे में IVUS एक अत्याधुनिक समाधान बनकर उभर रहा है।
IVUS के प्रमुख लाभ—
- धमनियों का अत्यंत स्पष्ट अंदरूनी दृश्य
- स्टेंट लगाने में अधिक सटीकता
- कैल्सिफाइड (कठोर) धमनियों में बेहतर परिणाम
- bifurcation lesions और ISR (इन-स्टेंट रिस्टेनोसिस) में प्रभावी
- PCI की गुणवत्ता और सफलता दर में वृद्धि
विशेषज्ञों ने बताया कि IVUS आधारित उपचार से मरीजों में भविष्य की जटिलताओं का खतरा कम हो जाता है और परिणाम अधिक सुरक्षित और लंबे समय तक टिकाऊ होते हैं।
विशेषज्ञों की राय: उन्नत तकनीक का नया भविष्य
मास्टर क्लास में देश के प्रमुख इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजिस्ट्स ने अपनी विशेषज्ञ राय और अनुभव साझा किए—
डॉ. के. रोशन राव
उन्होंने बताया कि IVUS तकनीक धमनियों की सटीक संरचना दिखाती है, जिससे डॉक्टर बेहतर क्लिनिकल फैसले ले पाते हैं।
डॉ. सरिता राव
उन्होंने कहा कि IVUS आधुनिक कार्डियक उपचार का भविष्य है। इससे PCI प्रक्रियाएँ अधिक सुरक्षित, सटीक और प्रभावी बनती हैं।
डॉ. उदय खानोलकर
उन्होंने भारत में बढ़ते हृदय रोगों को देखते हुए IVUS जैसी उन्नत तकनीक की आवश्यकता पर जोर दिया।
स्वास्थ्य के भविष्य की ओर एक नई दिशा
नेशनल IVUS मास्टर क्लास न सिर्फ एक प्रशिक्षण कार्यक्रम था, बल्कि भारत में हृदय रोग उपचार को नए आयाम देने वाला महत्वपूर्ण कदम भी था।
अपोलो हॉस्पिटल इंदौर द्वारा आयोजित यह आयोजन युवा डॉक्टरों के लिए सीखने का दुर्लभ अवसर साबित हुआ और भविष्य में उन्नत तकनीकों के व्यापक उपयोग की दिशा में प्रेरणा भी बना।
उन्नत टेक्नोलॉजी, श्रेष्ठ विशेषज्ञों और उच्च स्तरीय इंफ्रास्ट्रक्चर के साथ, अपोलो हॉस्पिटल इंदौर हृदय रोग उपचार में नए मानक स्थापित कर रहा है।

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