कॉम्प्लिकेटेड हार्ट पेशेंट के लिए नई उम्मीद बना CHIP PCI
भारत में हृदय रोग लगातार एक गंभीर समस्या बना हुआ है। खासतौर पर जटिल कोरोनरी धमनी रोग (Complex Coronary Artery Disease) के मामलों में तेजी से बढ़ोतरी हो रही है। पहले ऐसे मरीजों के लिए इलाज के सीमित विकल्प थे, लेकिन अब CHIP PCI (Complex High-Risk Indicated Percutaneous Coronary Intervention) जैसी एडवांस टेक्नोलॉजी नई उम्मीद चनकर उभरी है।
अपोलो हॉस्पिटल्स इंदौर इस क्षेत्र में देश के अग्रणी अस्पतालों में से एक बन चुका है। यहां डॉ. सरिता राब और डॉ. के. रोशन राब के नेतृत्व में हाई रिस्क हार्ट पेशेंट के लिए आधुनिक और सुरक्षित इलाज उपलब्ध कराया जा रहा है। इनकी विशेषज्ञता और नई तकनीकों के उपयोग से कई ऐसे मरीजों को नया जीवन मिला है, जिन्हें पहले सर्जरी के लिए उपयुक्त नहीं माना जाता था।
CHIP PCI क्या है?
CHIP PCI एक उन्नत मिनिमली इनवेसिव हृदय प्रक्रिया है, जिसका उद्देश्य उन मरीजों का इलाज करना है, जिनकी धमनी में साधारण से अधिक मात्रा में कैल्शियम जमा हो चुका हो, पूरी तरह बंद (Chronic Total Occlusion) हो या जिनकी हृदय की कार्यक्षमता काफी कमजोर हो। पहले ऐसे मामलों में बाईपास सर्जरी ही एकमात्र विकल्प था, लेकिन कई मरीज इसके लिए उपयुक्त नहीं होते थे। अब CHIP PCI तकनीक के माध्यम से इनका इलाज सफलतापूर्वक किया जा सकता है। इस प्रक्रिया में रोटेशनल एघरेक्टोमी, इंट्रावास्कुलर इमेजिंग, मैकेनिकल सपोर्ट डिवाइसेज (जैसे इम्पेला और ECMO) जैसी अत्याधुनिक तकनीकों का उपयोग किया जाता है, जिससे मरीजों को तेजी से ठीक होने में मदद मिलती है।
CHIP PCI सेंटर की विशेषता क्या है?
CHIP PCI के क्षेत्र में अपोलो हॉस्पिटल्स का देश में विशेष योगदान रहा है। यहां हृदय रोग के विशेषज्ञ डी. सरिता राव और डी. के. रोशन राव के नेतृत्व में अत्याधुनिक तकनीकों का उपयोग किया जा रहा है।
अत्याधुनिक सुविधाएं
अपोलो हॉस्पिटल्स में अत्याधुनिक कैशीटेराइजेशन लेब्स हैं, जहां विंटल एधेरेक्टोमी, लेबर (BLCA), ऑप्टिकल कोहरेंस टोमोग्राफी (OCT), इंट्रावास्कुलर अल्ट्रासाउंड (IVUS) जैसी लेटेस्ट तकनीकों का उपयोग किया जाता है।
अनुभवी और विशेषज्ञ टीम
यहां विशेषज्ञों की एक पूरी टीम मौजूद हैं जो इंटरवेशनल कार्डियोलॉजिस्ट, कार्डियक सर्जन और इंटेंसिविस्ट्स केसाथ मिलकर जटिल मामलों का इलाज करती है। यह “हार्ट टीम” अप्रोच मरीजों के लिए सबसे सुरक्षित और प्रभावी इलाज सुनिश्चित करती है।
हृदय रोगों का इलाज
CHIP PCI के तहत लेफ्ट मैन बायफरकेशन स्टेंटिंग, कैल्शियम मोडिफिकेशन और बायफरकेशन स्टेंटिंग जैसी कठिन प्रोसेस सफलतापूर्वक की जा रही हैं। जिन मरीजों को पहले असुरक्षित माना जाता था, वे अब इस तकनीक से सफल इलाज पा रहे हैं।
मरीजों की संतुष्टि
कई मरीज, जिन्हें पहले सर्जरी के लिए अनुपयुक्त माना गया था, अब CHIP PCI से स्वस्थ जीवन जी रहे हैं। वे अपने बेहतर स्वास्थ्य, दर्द में राहत और जीवन की गुणवत्ता में सुधार को महसूस कर रहे हैं।
CHIP PCI का भविष्य
CHIP PCI तकनीक ने हृदय रोगियों के लिए एक नई आशा प्रदान की है। अपोलो हॉस्पिटल्स इंदौर की इस क्षेत्र में सफलता ने मरीजों की जीवनशैली (quality of life) में महत्वपूर्ण सुधार किया है।
भविष्य में, इस तकनीक को और भी एडवांस बनाया जाएगा, जिससे और अधिक मरीजों को लाभ मिल सके। हम लगातार नई खोज और नवाचारों पर ध्यान दे रहे हैं, ताकि भारत में हृदय रोगों के इलाज में बड़ा बदलाव लाया जा सके। अपोलो हॉस्पिटल्स इंदौर न सिर्फ भारत में बल्कि पूरे एशिया में हृदय रोगों के सबसे जटिल मामलों के इलाज के लिए एक प्रमुख केंद्र बनकर उभरा है। यहां उच्चतम स्तर की देखभाल सुनिक्षित की जाती है, ताकि हर मरीज को स्वस्थ और खुशहाल जीवनि मल सके।
Dr. Sarita Rao is widely regarded as one of the best women cardiologists in India. With a remarkable career spanning over two decades, her expertise in heart care, combined with her dedication to mentoring and leadership, has made her a trailblazer in the field of cardiology. Dr. Sarita Rao’s outstanding contributions to cardiac health have earned her numerous prestigious awards and recognitions, solidifying her reputation as a leading figure in heart care nationwide.
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