सर्दियों में ब्लड प्रेशर अचानक क्यों बढ़ जाता है?
सर्दियों का मौसम अपने साथ ठंड, हल्की धूप और खुशियों के पल लाता है, लेकिन इसके साथ ही यह हमारे हृदय स्वास्थ्य के लिए चुनौतियाँ भी लेकर आता है। बहुत से लोग नोटिस करते हैं कि जैसे ही सर्दियों का मौसम आता है, उनका ब्लड प्रेशर अचानक बढ़ने लगता है। यह समस्या केवल बुजुर्गों या उच्च ब्लड प्रेशर वाले लोगों तक सीमित नहीं है, बल्कि अक्सर युवा और स्वस्थ लोग भी इससे प्रभावित होते हैं। इसे समझना और समय रहते सावधानी बरतना बेहद जरूरी है।
सर्दियों में ब्लड प्रेशर बढ़ने का सबसे बड़ा कारण है ठंड के कारण रक्त वाहिकाओं का सिकुड़ना। जब तापमान कम होता है, तो शरीर अपने अंदरूनी तापमान को बनाए रखने के लिए रक्त वाहिकाओं को संकुचित कर देता है। इसे वाहिकासंकुचन कहा जाता है। इस प्रक्रिया में रक्त का प्रवाह कठिन हो जाता है और हृदय को अधिक मेहनत करनी पड़ती है। परिणामस्वरूप, ब्लड प्रेशर बढ़ जाता है।
इसके अलावा, सर्दियों में हमारे जीवनशैली में बदलाव भी ब्लड प्रेशर पर असर डालते हैं। ठंड के मौसम में दिन छोटे और रातें लंबी होने के कारण लोग अधिक समय घर के अंदर बिताते हैं। घर में बैठे रहना और व्यायाम न करना ब्लड प्रेशर को बढ़ा सकता है। गतिहीन जीवनशैली इस मौसम में सबसे आम कारणों में से एक है।
सर्दियों में आहार में बदलाव भी ब्लड प्रेशर को प्रभावित करता है। छुट्टियों के समय लोग अधिक नमक वाले और तली-भुनी चीज़ें खाने लगते हैं। अधिक नमक शरीर में पानी की मात्रा बढ़ाता है और इसके कारण ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है। इसके साथ ही ठंडे मौसम में गर्म, मीठे और फैटी फूड का सेवन भी बढ़ जाता है, जो हृदय को अतिरिक्त तनाव देता है।
सर्दियों में तनाव और विटामिन डी की कमी भी ब्लड प्रेशर बढ़ाने वाले कारणों में शामिल हैं। छुट्टियों का शेड्यूल, घर और काम का तनाव, और धूप की कमी शरीर के लिए चुनौती बन सकती है। विटामिन डी की कमी न केवल हड्डियों बल्कि हृदय स्वास्थ्य के लिए भी जोखिम पैदा कर सकती है।
इसके अलावा, अचानक तापमान में बदलाव भी ब्लड प्रेशर को प्रभावित करता है। बहुत ठंडे पानी में नहाना, खुले में लंबे समय तक रहना या अचानक ठंडे वातावरण में जाना हृदय पर अतिरिक्त दबाव डालता है। यह खासकर उन लोगों के लिए खतरनाक हो सकता है जिन्हें पहले से हृदय रोग या उच्च रक्तचाप की समस्या है।
सर्दियों में ब्लड प्रेशर बढ़ने के मुख्य कारण
- रक्त वाहिकाओं का सिकुड़ना (वाहिकासंकुचन): ठंड से बचने के लिए रक्त वाहिकाएं सिकुड़ जाती हैं, जिससे हृदय को अधिक मेहनत करनी पड़ती है।
- गतिहीन जीवनशैली: कम व्यायाम और घर में अधिक समय बिताना ब्लड प्रेशर बढ़ा सकता है।
- आहार में बदलाव: नमक, तली-भुनी और फैटी चीजें ब्लड प्रेशर पर असर डालती हैं।
- तनाव और विटामिन डी की कमी: छुट्टियों का तनाव और धूप की कमी हृदय स्वास्थ्य को प्रभावित करती है।
- अचानक तापमान में बदलाव: ठंडे वातावरण में जाना या ठंडे पानी में नहाना ब्लड प्रेशर बढ़ा सकता है।
सर्दियों में ब्लड प्रेशर नियंत्रित रखने के उपाय
- नियमित व्यायाम करें: घर के अंदर वॉक या स्ट्रेचिंग करना भी फायदेमंद है।
- नमक और तली-भुनी चीजों से बचें।
- गर्म कपड़े पहनें और शरीर को ठंड से बचाएं।
- तनाव कम करने के उपाय अपनाएं, जैसे मेडिटेशन और गहरी साँस लेना।
- धूप में थोड़ी देर समय बिताएं ताकि विटामिन डी का स्तर बना रहे।
- पर्याप्त पानी पिएं, क्योंकि कम पानी पीने से भी ब्लड प्रेशर बढ़ सकता है।
यदि आपको बार-बार ब्लड प्रेशर बढ़ने की समस्या हो रही है या आप सर्दियों में हृदय संबंधी परेशानियों से डरते हैं, तो बेस्ट कार्डियोलॉजिस्ट इन इंदौर से सलाह लेना सबसे सुरक्षित विकल्प है। इंदौर में सर्वश्रेष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ (cardiologist) आपकी जांच करके सही सलाह देंगे और सर्दियों में हृदय को सुरक्षित रखने के उपाय बताएंगे।
सर्दियों में ब्लड प्रेशर अचानक बढ़ना आम है, लेकिन इसे नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। सही जीवनशैली, संतुलित आहार और समय पर विशेषज्ञ की सलाह आपको सुरक्षित रख सकती है। इस सर्दी, अपने हृदय का ख्याल रखें और जरूरत पड़ने पर इंदौर में सर्वश्रेष्ठ हृदय रोग विशेषज्ञ से संपर्क करें।

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